
विधि विधान से हुआ बाबा का महामस्तकाभिषेक
कमल याज्ञवल्क्य
सिटी बीट न्यूज
खरगोन (बरेली)।
इक्यावन नदी के किनारे बसे खरगोन में चतुर्थकालीन अतिशयकारी 1008 आदिनाथ भगवान ( खोना वाले बाबा ) के मंदिर प्रांगण में भक्तों ने रविवार को बड़ी श्रद्धा- भक्ति से बाबा का अभिषेक शांतिधारा पूजन करके दसलक्षण महापर्व मनाया । रविवार को बाबा का महामस्तकाभिषेक कर जगत की शांति के लिए शांतिधारा तथा 48 दीपक से महाआरती का कार्यक्रम कर ,सभी ने वात्सल्य भोज किया और एक दूसरे से “मिच्छामी दुक्कड़म ” कहकर क्षमा मांगकर क्षमावाणी का पर्व मनाया । इस अवसर पर युवा समाजसेवी और इस स्थान से जुड़े नितिन जैन ने कहा कि- यह पर्व हमें क्षमा और करुणा की राह पर चलने की प्रेरणा देता है। अनेंक भक्तों ने भी ऐसा ही कहा और बताया कि सौभाग्यशाली हैं बाबा के दर्शन करके। भक्त मनोज कुमार माली ने कहा कि बाबा का यह धाम अद्भुत है।
चतुर्थ कालीन है बाबा की प्रतिमा
नेशनल हाईवे पर बसे खरगोन में बीच गांव में इमली के पेड़ के नीचे खोना बाबा की प्रतिमा चतुर्थ कालीन मानी जाती है। पूज्य गुरुदेव विद्यासागर जी महाराज भी संघ सहित जीवन आधार के समय यहां दर्शन कर चुके हैं। 11 मार्च 2021 को आचार्य विद्यासागर जी से पिच्छीका प्राप्त करके दक्षिण से आए संत आचार्य श्री 108 कुलरत्नभूषण जी महाराज ने प्रतिमा का जीर्णोद्धार कराया था । यहाँ उस समय भव्य आयोजन भी हुआ था।
दूर दूर से आते हैं श्रद्धालु
स्थल से जुड़े समाजसेवी नितिन जैन ने बताया कि यहां दूर-दूर से श्रद्धालु बड़ी श्रद्धा और भक्ति के साथ आते हैं। ऐसा माना जाता है कि यहां पर श्रीफल चढ़ाने और नौ परिक्रमा करने के साथ ही लगातार नौ रविवार आने से अपने मन की मनोकामनाएं पूरी होती है। यहां प्रत्येक रविवार को और अमावस्या को मस्तकभीषेक और अन्य दिनों में प्रातः 9:00 से चरण अभिषेक किया जाता है। इस कार्यक्रम में बरेली जबलपुर बम्हौरी,सिलवानी, गैरतगंज, बेगमगंज, भोपाल, तथा इंदौर आदि स्थानों से श्रद्धालुओं शामिल रहे ।