रविवार को पितरों को श्रृद्धा सहित दी विदाई की सुख आनंद की प्रार्थना
सिटी बीट न्यूज नेटवर्क बरेली (रायसेन)।
रविवार को 16 दिवसीय पितृपक्ष पूर्ण हो गया। इन 16 दिनों में अपने अपने पितरों के प्रति श्रृद्धा सहित तर्पण,पिण्ड दान एवं श्राद्ध के कार्यक्रम चलते रहे रविवार को पितृमोक्ष अमावस्या पर मां नर्मदा के तटो नदियों के किनारों और सरोवरों पर श्रृद्धा सहित तर्पण के लिए सुबह से ही श्रृद्धालुओं की भीड़ रही दोपहर तक तर्पण के बाद घरों में होम लगाकर भाव एवं श्रृद्धा सहित पितरों को विदाई देकर उनकी कृपा की प्रार्थना की गई।

वैदिक विधान से हुआ तर्पण — श्रृाद्ध
पितृपक्ष के दौरान 16 दिनों तक वैदिक विधाक के अनुसार बरेली अंचल में पितरों के प्रति तर्पण और श्रृाद्ध के कार्यक्रम चलते रहे। पंडितों के मार्गदर्शन में पितृमोक्ष अमावस्या को उन पितरों के भी पिण्डदान एवं श्रृाद्ध हुए जिनकी तिथि परिजनों को पता नहीं थी।
दाढ़ी, कटिंग के लिए करना पड़ा घंटो इंतजार

माना जाता है कि जो तर्पण और श्रृाद्ध करतें हैं वह पितृ पक्ष में क्षौर कर्म दाढ़ी, कटिंग नहीं बनवाते नवरात्र पर्व पर भी काफी संख्या में भक्त दाढ़ी,कटिंग नहीं बनवाते ऐसे में करीब 25 दिनों केवल एक दिन ही दाढ़ी, कटिंग के लिए मिलता है। रविवार को बरेली नगर के शैलून आम दिनों की तुलना में सुबह काफी जल्दी खुल गए थे फिर भी ग्राहकों को दाढ़ी, कटिंग के लिए कई घंटे इंतजार करना पड़ा। गोलू कटिंग शैलून के संचालक गोलू सराठे ने बताया कि रविवार को सुबह जल्दी दुकान खोल ली थी, इसके बाद भी दिन भर खाना खाने की टाईम नहीं मिला। मनोज सराठे ने बताया कि हमारे परमानेन्ट ग्राहकों ने पितृ विसर्जन के बाद दाढ़ी, कटिंग का कह दिया था फिर भी काम की अधिकता के कारण शाम को ही उनकी दाढ़ी, कटिंग बना पाए।












