
सिटी बीट न्यूज नेटवर्क बरेली (रायसेन)।
जिले के विकासखंड उदयपुरा में सोमवार को बच्चों के संपूर्ण विकास को सुनिश्चित करने के लिए संगत संस्था कि सहारा परियोजना के अंतर्गत एक विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। ‘बच्चों की प्रारंभिक देखभाल और पोषण” विषय पर आधारित इस कार्यक्रम का उद्देश्य अभिभावकों व देखभालकर्ताओं को बच्चों की प्रारंभिक देखभाल, पोषण और संवेदनशील पालन-पोषण के बारे में जागरूक करना है। यह प्रशिक्षण जनपद पंचायत उदयपुरा सभा कक्ष, उदयपुरा में आयोजित किया गया, जिसके प्रशिक्षक प्रशांत शर्मा एवं डॉक्टर रितिका चौहान थी । इस प्रशिक्षण का समन्वय विकासखंड समन्वयक गौरीशंकर द्विवेदी , कुमारी प्रतीक्षा शर्मा द्वारा किया गया। प्रशिक्षण में मुख्य रूप से प्रारंभिक देखभाल, पोषण, और संवेदनशील देखभाल के माध्यम से सीखने के अवसर जैसे विषयों पर ध्यान केंद्रित किया गया। प्रशिक्षण का मुख्य माध्यम लालन-पालन से संबंधित विडियोज थे, जिनके द्वारा बच्चों के पालन-पोषण की बारीकियों को आसानी से समझाया गया।
क्यों महत्वपूर्ण है प्रारंभिक देखभाल?
बच्चों के जीवन के शुरुआती वर्ष उनके भविष्य की नींव रखते हैं। इस दौरान मस्तिष्क का विकास तेजी से होता है। विशेषज्ञों का मानना है कि स्नेह, उचित पोषण और उत्तेजक वातावरण का बच्चे के संपूर्ण विकास पर सीधा और दीर्घकालिक प्रभाव पड़ता है । रोजमर्रा की छोटी-छोटी बातचीत और खेल-खिलौने भी बच्चों के मानसिक और सामाजिक विकास में अहम भूमिका निभाते हैं ।
प्रशिक्षण की रणनीति और अपेक्षित परिणाम
इस अभियान की सबसे खास बात इसकी ग्राम स्तर तक पहुंच की रणनीति है। प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद, प्रत्येक आंगनबाड़ी केंद्र पर सभी हितग्राहियों को ये शैक्षिक वीडियो दिखाकर उनके साथ चर्चा की जाएगी और उनकी समस्याओं का व्यावहारिक समाधान ढूंढा जाएगा। यह दृष्टिकोण सीधे तौर पर समुदाय तक पहुंच बनाने और व्यावहारिक ज्ञान प्रदान करने में सक्षम होगा। इस पहल से यह उम्मीद की जा रही है कि क्षेत्र के परिवारों तक बच्चों की उचित देखभाल की जानकारी पहुंचेगी, जिससे न केवल बच्चे स्वस्थ रहेंगे बल्कि वे खुशहाल और स्मार्ट भी बन सकेंगे एवं गर्भवती के देखभाल भी सुनिश्चित होगी












