
INDORE. नगर निगम नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस पार्षद चिंटू चौकसे पर बीजेपी कार्यकर्ता कपिल पाठक की शिकायत पर हत्या के प्रयास के साथ बलवे जैसी आठ गंभीर धाराएं लगी है। इसके चलते 20 अप्रैल की सुबह उनकी पुलिस ने गिरफ्तारी ली और कोर्ट में पेश किया गया। यहां से उन्हें सेंट्रल जेल भेजा गया। चौकसे ने बयान दिया था कि वह घटना के समय थे ही नहीं और बाद में बच्चों के झगड़े की बात सामने आई और वह देर से वहां पहुंचे। उन्हें बेवजह इसमें घसीटा गया है। अब इस घटना से जुड़ा एक सीसीटीवी फुटेज कांग्रेस ने जारी किया है।
चौकसे इस सीसीटीवी फुटेज में इतने बजे ऐसे दिख रहे
कांग्रेस प्रवक्ता किशोर डोंगरे ने बताया कि यह सीसीटीवी विजयनगर क्षेत्र में ब्लाक अध्यक्ष गब्बर द्वारा आय़ोजित भंडारे में शामिल थे। सीसटीवी फुटेज में 9.32 बजे का समय साफ दिख रहा है। परिजनों का कहना है कि वह रात दस बजे करीब तक वहीं थें, फिर घटना जो पुलिस ने एफआईआर में लिखी है और समय साढ़े नौ बजे (19 अप्रैल की रात) का बताया है वह कैसे संभव हो सकता है। चौकसे के साथ पार्षद राजू भदौरिया भी थे। उन्होंने भी बताया कि वह पहले नितिन भावसार के यहां शादी के इसमें गए और फिर इसके बाद भंडारे में गए थे।
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पुलिस एफआईआर में यह लिखा टाइम और घटना
एमवायएच में फरियादी कपिल पाठक पिता रमेश कुमार पाठक के बयान पर यह केस हुआ है। उन्होंने पुलिस को बताया कि सी 710 सी सेक्टर सुखलिया इंदौर में 19 अप्रैल को रात साढ़े नौ बजे करीब मेरे घेर पर टैक्टर खड़ा था। मेरे पड़ोस में ईशान पिता चिंटू चौकसे आया और बोला कि इसे हटाओ। हटाने की बात पर मेरे लड़के कपिल पाठक कहा गालियां मत दो। इतने में ईशान घर गया और चिंटू, राधेश्याम, गौरव, रोहन, सुमित ठाकुर, सुभाष यादव, रवि प्रजापत व अन्य लोग डंडा, तलवार, लोहे की राड लेकर आए और घर में घुसकर मारपीट करने लगे। कपिल को जान से मारने की नियत से मारा। मेरी बहू विनीता पाठक के साथ भी मारपीट की। धमकाया आज तो बच गए जिंदा नहीं बचोगे।
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राधेश्याम भी नहीं थे मौके पर
चौकसे परिवार का यह भी दावा है कि घटना दोनों परिवारों के बच्चों के बीच टैक्टर खड़े होने से हुई। उस समय ना चिंटू घर पर थे और ना ही उनके बड़े भाई राधेश्याम। लेकिन पुलिस ने बिना जांच के केवल बयान के आधार पर ही चिंटू और राधेश्याम को आरोपी बना लिया।
पुलिस ने धाराएं नहीं बढ़ाई तो चौकसे परिवार ने FIR रोकी
उधर चौकसे की पत्नी मालती और परिजन ने थाने में क्रास एफआईआर का आवेदन दिया लेकिन पुलिस ने इसमें चौकसे के खिलाफ हुई गंभीर धाराएं जैसी धाराएं पाठक परिवार पर लगाने से इंकार कर दिया। चौकसे परिवार का कहना है कि पुलिस को दोनों पर बराबर धाराएं लगाना थी। क्योंकि यदि कपिल पाठक घायल हुआ है तो चिंटू का बेटा ईशान बांबे अस्पताल में भर्ती है और भतीजा रोहन तो भंडारी अस्पताल आईसीयू में है और 18 टांके आए और कपिल से अधिक घायल है। इसके बाद भी गंभीर धाराएं नहीं लगाई जा रही है। पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने भी भंडारी अस्पताल में 20 अप्रैल की रात को रोहन से मिलने के बाद मीडिया को उसकी चोट के विजुअल दिखाते हुए कहा था दोनों पर ही केस होने थे, लेकिन पुलिस ने एक पर ही किया और चिंटू तो मौके पर नहीं थे उन्हें भी आरोपी बना दिया जबकि वह संवैधानिक पद पर थे। पुलिस को पहले मामले की जांच करना थी।
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उधऱ पुलिस अब कह रही है जांच करेंगे
इस मामले में रविवार को जब कांग्रेस नेता सीपी संतोष सिंह से मिले, इसके बाद एडिशनल सीपी अमित सिंह ने मीडिया से चर्चा में जवाब दिया था कि हम इसकी जांच कर रहे हैं और सभी वीडियो, सीसीटीवी व अन्य तथ्यों को देखा जाएगा। लेकिन पुलिस ने इतनी तेजी क्यों दिखाई इसका जवाब पुलिस के पास नहीं है। उधर बीजेपी नगराध्यक्ष सुमित मिश्रा तो पहले ही इतनी त्वरित कार्रवाई को लेकर सीपी सिंह को धन्यवाद दे चुके हैं।
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इन सभी पर हुआ केस
चिंटू चौकसे का साथ ही बेटे ईशान चौकसे, राधेश्याम चौकसे, गौरव चौधरी, रोहन चौकसे, सुभाष यादव, रवि प्रजापत व अन्य अज्ञात पर भी केस दर्ज किया गया है।
इन धाराओं में हुआ केस
बीएनएस की धारा 109, 296, 351(2), 115(2), 333, 324 (4), 191 (2), 191(3) और 190 जैसी आठ धाराओं में केस दर्ज हुआ।
कांग्रेस नेता पहुंचे जेल में मुलाकात के लिए
वहीं सोमवार सुबह पर प्रदेश कांग्रेस प्रभारी महेश चौधरी, प्रदेशाध्यक्ष जीतू पटवारी, शहराध्यक्ष सुरजीत सिंह चड्डा, जिलाध्यक्ष सदाशिव यादव, रघु परमार व अन्य सेंट्रल जेल पहुंचे और चिंटू से मुलाकात की। वहीं बाहर कहा कि कांग्रेस की लड़ाई जारी रहेगी और यह केस पूरी तरह से गलत है। MP News Hindi
बीजेपी ने चिंटू को बताया आदतन अपराधी
बीजेपी नगराध्यक्ष सुमित मिश्रा ने इस घटना में चिंटू चौकसे को आदतन अपराधी बताया। उन्होंने कहा कि यह घटना राजनीतिक रूप से दुर्भाग्यपूर्ण है। नेता प्रतिपक्ष चिंटू चौकसे का यह पहला आपराधिक कृत्य नहीं है। विभिन्न धाराओं में अलग-अलग थानों में 11 और भी केस दर्ज है। वह इस तरह की घटनाएं आए दिन करते हैं। वह या तो राजनीति को गुंडागर्दी समझते हैं या गुंडागर्दी को ही राजनीति का धर्म समझते हैं। मेरा कांग्रेस के सभी नेताओं से आग्रह है, एक समय गंगाराम तिवारी, सीपी शेखर, ललित जैन जैसे नेता होते थे, अब दुर्भाग्य है कांग्रेस में चिंटू चौकसे जैसे अपराधी उसका नेतृत्व कर रहे हैं। हमारा कार्य़कर्ता कपिल पाठक गरीब वर्ग का है, वह आम लोगों की मदद के लिए काम करता है। उसका जनाधिकार है। चिंटू तो अपने बूथ का भी चुनाव हारते हैं, वहीं कपिल काम करता है। यह उसकी खीझ है, यह पहला नहीं चौथी बार हमला है।