राजस्थान में मदर-हब-स्पोक मॉडल बनेगा मरीजों का मददगार, मुफ्त में होंगी 145 महंगी जांचें, जानें पूरी जानकारी

राजस्थान (Rajasthan) सरकार ने राज्य के सरकारी अस्पतालों में मुफ्त लैब जांचों की सुविधा को बढ़ाते हुए अब 145 प्रकार की जांचों की सुविधा शुरू की है। इससे पहले यह संख्या 101 थी। इस नई पहल के तहत मरीजों को कैंसर, प्रोस्टेट कैंसर, यौन रोग, हृदय रोग और पेट की गंभीर बीमारियों की एडवांस जांच भी मुफ्त में उपलब्ध होगी। यह सुविधा ‘मदर-हब-स्पोक’ मॉडल के तहत लागू की जा रही है, जिससे मरीजों को उच्च गुणवत्ता वाली जांच सेवाएं घर के पास ही मिल सकेंगी।

 

इस बारे में राजस्थान के जन स्वास्थ्य निदेशक डॉ. रवि प्रकाश शर्मा ने क​हा कि अब लोगों को घर से पास ही सरकारी अस्पताल में 145 तरह की जांच मुफ्त मिलेंगी। इससे लोगों का स्वास्थ्य पर होने वाला खर्च भी बचेगा।

मदर-हब-स्पोक लैब में लगेंगे USFDA और ECE से प्रमाणित उपकरण

राजस्थान सरकार ने इस पहल के तहत लैब उपकरणों की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया है। मदर लैब और हब लैब में यूएसएफडीए (USFDA) और यूरोपियन सीई (ECE) सर्टिफाइड उपकरण स्थापित किए जाएंगे। इसके अलावा, लैब में काम आने वाली सभी दवाएं और वर्कर सेवा प्रदाता कंपनी ही उपलब्ध करवाएगी। सैंपल कलेक्शन से लेकर क्वालिटी चेक और रिपोर्टिंग तक सभी कार्यों का रिकॉर्ड नियमित रूप से ‘लेबोरेटरी इनफॉर्मेशन मैनेजमेंट सिस्टम’ (LIMS) के माध्यम से ऑनलाइन किया जाएगा। मरीजों को घर बैठे ऑनलाइन रिपोर्ट उपलब्ध हो सकेगी।

मदर-हब-स्पोक मॉडल क्या है ?

‘मदर-हब-स्पोक’ मॉडल एक संरचित प्रणाली है, जिसमें विभिन्न स्तरों पर लैब सेवाएं प्रदान की जाती हैं:

  • मदर लैब (Mother Lab): यह जिला अस्पतालों में स्थित होगी, जहां 145 प्रकार की जांचें की जाएंगी।

  • हब लैब (Hub Lab): यह सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (CHC) और उप-जिला अस्पतालों में स्थित होगी, जहां 101 प्रकार की जांचें की जाएंगी।

  • स्पोक लैब (Spoke Lab): यह प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों (PHC) और डिस्पेंसरी में स्थित होगी, जहां 66 प्रकार की जांचें की जाएंगी।

इस मॉडल के तहत, मरीजों को नजदीकी स्वास्थ्य केंद्रों पर ही आवश्यक जांच सेवाएं मिल सकेंगी, जिससे समय और खर्च दोनों की बचत होगी।

 

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Photograph: (The Sootr)

 

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राजस्थान के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर भी होंगी एडवांस जांच

पहले, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों (PHC) और डिस्पेंसरी पर केवल सामान्य रक्त जांचें ही होती थीं। अब इन केंद्रों पर सर्वाइकल कैंसर, कोलेस्ट्रॉल, ब्लड शुगर, एचआईवी, सिकल सेल एनीमिया, डिप्थीरिया, थायराइड, यूरिन कम्प्लीट प्रोफाइल के अलावा किडनी और लिवर से जुड़ी बीमारियों की भी जांच की सुविधा मिलेगी। इससे ग्रामीण और दूरदराज के क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को भी उच्च गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकेंगी।

 

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Photograph: (The Sootr)

 

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राजस्थान में कितने सरकारी अस्पताल हैं ?

राजस्थान में कुल 63 जिला अस्पताल, 107 उप जिला अस्पताल, 28 सैटेलाइट अस्पताल, 817 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, करीब 3000 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और 15,294 सब सेंटर हैं। इन सभी संस्थानों में ‘मदर-हब-स्पोक’ मॉडल के तहत लैब सेवाएं उपलब्ध करवाई जाएंगी। राजस्थान के सरकारी अस्पतालों में मुफ्त जांच से राज्यभर में स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार होगा और मरीजों को नजदीकी केंद्रों पर ही आवश्यक जांच सेवाएं मिल सकेंगी।

 

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Photograph: (The Sootr)

 

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मदर-हब-स्पोक लैब से मरीजों को क्या फायदा है ?

  • नजदीकी केंद्रों पर जांच सेवाएं: मरीजों को अब दूर-दराज के अस्पतालों में जाने की आवश्यकता नहीं होगी।

  • उच्च गुणवत्ता वाले उपकरण: यूएसएफडीए और यूरोपियन सीई सर्टिफाइड उपकरणों के उपयोग से जांचों की गुणवत्ता में सुधार होगा।

  • ऑनलाइन रिपोर्टिंग: मरीजों को घर बैठे उनकी जांच रिपोर्ट ऑनलाइन उपलब्ध होगी, जिससे समय की बचत होगी।

  • मुफ्त सेवाएं: 145 प्रकार की जांचें मुफ्त में उपलब्ध होंगी, जिससे आर्थिक बोझ कम होगा।


भविष्य की दिशा

राजस्थान के सरकारी अस्पतालों में मदर-हब-स्पोक मॉडल को लेकर राजस्थान सरकार की यह पहल स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम है। इससे न केवल मरीजों को उच्च गुणवत्ता वाली सेवाएं मिलेंगी, बल्कि चिकित्सा विभाग राजस्थान की कार्यप्रणाली में भी सुधार होगा। आने वाले समय में, इस मॉडल को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए नई तकनीकों और संसाधनों का उपयोग किया जाएगा।

FAQ

1: राजस्थान में मदर-हब-स्पोक मॉडल क्या है?

उत्तर: यह एक संरचित प्रणाली है, जिसमें विभिन्न स्तरों पर लैब सेवाएं प्रदान की जाती हैं: मदर लैब (जिला अस्पताल), हब लैब (सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र) और स्पोक लैब (प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र)।

2: राजस्थान के सरकारी अस्पतालों में लैब से मरीजों को क्या लाभ होगा?

उत्तर: मरीजों को नजदीकी केंद्रों पर उच्च गुणवत्ता वाली जांच सेवाएं मुफ्त में मिलेंगी, जिससे समय और खर्च दोनों की बचत होगी।

3: राजस्थान के सरकारी अस्पतालों में लैब उपकरणों की गुणवत्ता कैसी होगी?

उत्तर: लैब में यूएसएफडीए और यूरोपियन सीई सर्टिफाइड उपकरण स्थापित किए जाएंगे, जिससे जांचों की गुणवत्ता में सुधार होगा।

4: राजस्थान के सरकारी अस्पतालों में लैब से मरीजों को रिपोर्ट कैसे मिलेगी?

उत्तर: सैंपल कलेक्शन से लेकर रिपोर्टिंग तक सभी कार्यों का रिकॉर्ड ऑनलाइन किया जाएगा, और मरीजों को घर बैठे उनकी जांच रिपोर्ट ऑनलाइन उपलब्ध होगी।

5: राजस्थान में मदर-हब-स्पोक मॉडल का उद्देश्य क्या है?

उत्तर: इस पहल का उद्देश्य राज्यभर में स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार करना और मरीजों को नजदीकी केंद्रों पर उच्च गुणवत्ता वाली सेवाएं उपलब्ध कराना है।

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