
बरेली नगर की घटना : नवजात बच्ची को कचरा गाड़ी में फेंकने वाली मां को पुलिस ने खोज निकाला
दो दिनों तक रही थी क्षेत्र में सनसनी
प्रदीप धाकड़
बरेली (रायसेन)।
शुक्रवार सुबह बरेली नगर की कचरा गाड़ी से एक जीवित स्वस्थ्य नवजात बच्ची मिलने की दर्दनाक घटना ने पूरे क्षेत्र को झकझोर दिया था। बच्ची को तत्काल अस्पताल ले जाकर भर्ती कराया गया, जहाँ डॉक्टरों की देखरेख में उसका उपचार जारी है, बच्ची स्वस्थ्य है। इस अमानवीय घटना से नगर सहित पूरे क्षेत्र में दो दिन तक सनसनी का माहौल रहा। समाज के हर वर्ग ने इसे मानवता को शर्मसार करने वाली घटना बताया। क्षेत्र के विधायक एवं मध्यप्रदेश सरकार के मंत्री नरेन्द्र शिवाजी पटेल ने भी इस घटना पर गहरी पीड़ा व्यक्त करते हुए शुक्रवार को फेसबुक पर भावुक पोस्ट साझा की थी, और अस्पताल में बच्ची की देखभाल के लिए हरसंभव सहयोग दिया। दो दिनों तक मंत्री श्री पटेल की भावुक प्रतिक्रिया भी क्षेत्र के लोगों के मन मष्तिक को गहराई से मथने का काम कर रही थी। उन्होंने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में यह भी लिखा था कि- लेकिन इस प्रकरण में मानवता को शर्मसार करने के साथ साथ नियम कानूनों का भी उल्लंघन किया है। अतः कानून अपना काम करेगा। शुक्रवार के पोस्ट में उन्होंने यह भी लिखा था कि- हमारी पहली प्राथमिकता बच्ची के स्वस्थ्य जीवन की सुरक्षा है।
संतान सप्तमी की शाम को पुलिस को मिली सफलता
मानवता को शर्मशार करने वाली घटना में बरेली पुलिस को संतान सप्तमी की शाम शनिवार को सफलता मिली। नगर परिषद की कचरा गाड़ी से एक नवजात बच्ची जीवित अवस्था में मिलने बाली घटना को पुलिस ने सुलझा लिया। प्राप्त जानकारी के अनुसार बरेली पुलिस ने नवजात बच्ची को जन्म देने वाली महिला को हिरासत मे लिया है। यह भी बताया गया है कि आरोपी महिला ने पूछताछ के दौरान बार बार बच्ची उसकी न होना बताया। जब बरेली सामुदायिक स्वास्थ केन्द्र की टीम ने आरोपी महिला की जांच की और साक्ष्य मिले, तब कहीें जाकर महिला ने अपना कृत्य स्वीकार किया। बच्ची भी स्वस्थ्य है। घटना से नगर में सनसनी थी, और नगर के लोग मानवता को शर्मशार करने वाले के बारे जानकारी के लिए पुलिस प्रशासन से मांग कर रहे थे।
पुलिस टीम ने लगातार किया काम, लिया स्वास्थ्य विभाग का सहयोग
उक्त घटना में अनुविभागीय पुलिस अधिकारी बरेली कुंवर सिंह मुकाती के निर्देशन में थाना प्रभारी कपिल गुप्ता ने टीम गठित की। टीम ने तत्परता दिखाते हुए कचरा वाहन के निकलने के आधार पर नगर के बार्ड न.13 और 14 में जन्म देने वाली महिला की तलाश प्रारंभ की। जिसमें पुलिस को प्रथम साक्ष्य के रूप में नवजात बच्ची से लिपटी हुई टी शर्ट के विषय में जानकारी मिली उसी को पुलिस ने आधार बनाया। स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा महिला का परीक्षण कराया गया। जिसमें उक्त महिला ने जांच के बाद अपना अपराध स्वीकार किया।
बच्ची से लिपटी टीशर्ट से मिला सुराग
कल 29/ 8 /2025 को एक कचरा गाड़ी है जिसे रवि डागौर चलाते हैं ,उनसे सूचना मिली थी। पुलिस ने तत्काल उस बच्ची को अपने उसमें लेकर अस्पताल में भर्ती कराया। स्वास्थ्य परीक्षण कराया। बच्ची पूर्णतः स्वस्थ है। उसके बाद पुलिस ने अपराध धारा 93 बीएनएस के तहत अपराध पंजीबद्ध किया था । उसके बाद आज और कल दिनभर हम लोगों ने खोजबीन की,कि आखिर उस बच्ची को वहां असुरक्षित छोड़ा कौन है, आरोपी कौन है उसका । तो वहां हम लोगों ने जो जानकारी जुटाई थी कि जो टीशर्ट एक बच्ची से लिपटी हुई थी , वह टी-शर्ट की पहचान हुई। जिस व्यक्ति से टीशर्ट ली गई थी, उसके आधार पर एक संदेह हुआ। महिला 13 नंबर वार्ड में रहती हैं। संदेह हुआ फिर हम लोगों ने ध्यान रखते हुए की किसी की अस्मिता को ठेस न पहुंचे । हम लोगों ने स्वास्थ्य विभाग की टीम को वहां पर दूसरे बहाने से चेक करने के बहाने से भिजवाया था । वहां पर उनको कुछ साक्ष्य प्राप्त हुए ,संदेह हुआ इस आधार पर महिला का मेडिकल परीक्षण कराया गया। मेडिकल परीक्षण में हाल ही में उनको डिलीवरी की पुष्टि होने पर, उन्होंने खुद स्वीकार किया कि यह उनके द्वारा जो है लोक लाज के कारण यह कृत्य उनसे हुआ है। हम उनके खिलाफ कानूनी कार्यवाही करेंगे ।
कुंवर सिंह मुकाती, एसडीओपी बरेली
( जैसा, अनुविभागीय अधिकारी पुलिस ने सिटी बीट न्यूज़ को बताया )