
प्रदीप धाकड़
मो.9425654291
बरेली ( रायसेन ) ।
नगर बरेली में 29 अगस्त शुक्रवार को नगर परिषद कचरा वाहन से नवजात बच्ची मिलने के बाद पूरे नगर तरह तरह के कयास लगाए जा रहे थे। तीन दिन के भीतर पुलिस ने न केवल बच्ची की मां बल्कि पिता तक का भी पता लगा लिया। मामला प्रेम प्रसंग का निकला, जिसमें महिला गर्भवती हुई और प्रेमी ने न तो विवाह किया और न ही नवजात को अपनाने की बात स्वीकार की। दबाव और लोकलज्जा के चलते मां ने अपनी मासूम बच्ची को कचरे में फेंक दिया। फिलहाल बच्ची सुरक्षित है और पुलिस ने महिला को रायसेन जेल भेज दिया है, साथ ही प्रेमी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है।
यह थी घटना
घटना शुक्रवार सुबह नगर पालिका के कचरा वाहन में सामने आई। छीपा मोहल्ला वार्ड क्रमांक 13 में कचरा लेने के दौरान चालक रवि डागोर ने नवजात बच्ची को जिंदा हालत में देखा। उसने तुरंत पुलिस को सूचना दी। इसके बाद बच्ची को टीम पहल के सदस्य सिविल अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टर हेमंत यादव ने बच्ची के शरीर पर हल्की खरोंच और हाइपोथर्मिया (ठंड लगने से शरीर का तापमान गिरना) होने की पुष्टि की। बच्ची का उपचार शुरू किया गया और उसकी स्थिति अब सामान्य बताई जा रही है।
पुलिस की सक्रियता से मिली आरोपी मॉ और प्रेमी
घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने एसडीओपी कुंवर सिंह मुकाती के नेतृत्व में थाना प्रभारी कपिल गुप्ता, उपनिरीक्षक दीपक वर्मा, महिला पुलिसकर्मी नेहा अहिरवार और रानी चौहान सहित स्वास्थ्य विभाग की महिला स्टाफ की टीम ने संदिग्ध महिलाओं की तलाश शुरू की।
शनिवार को छीपा मोहल्ला क्षेत्र में एक महिला पर संदेह गहराया। महिला से पूछताछ की गई लेकिन वह बच्ची की मां होने से लगातार इंकार करती रही। इसके बाद पुलिस उसे सिविल अस्पताल लेकर गई, जहां जांच में स्पष्ट हुआ कि उसका हाल ही में प्रसव हुआ है और वह स्तनपान कराने की स्थिति में है। सभी साक्ष्यों के आधार पर महिला ने अंततः अपराध स्वीकार किया कि वही नवजात बच्ची की मां है। इसके बाद बरेली पुलिस ने महिला के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 93 के तहत प्रकरण दर्ज कर लिया गया।
आज रविवार को मिला पिता का सुराग
रविवार को पुलिस ने मां से पूछताछ की तो उसने बताया कि बच्ची के पिता मोहल्ले में ही रहने वाले हल्के धाकड़ हैं। महिला के पति से संबंध ठीक नहीं थे,वह लंबे समय से अपने मायके बरेली में रह रही थी ओर मेहनत मजदूरी कर अपना और अपने परिवार का भरण-पोषण करती थी। इसी बीच प्रेमी हल्के धाकड़ से उसका संबंध बना और महिला गर्भवती हो गई।
महिला ने जब गर्भवती होने की बात अपने प्रेमी को बताई तो हल्के ने साफ कह दिया कि वह उससे तो शादी करेगा और न ही बच्चे को अपनाएगा। डिलीवरी के बाद महिला ने जब बच्ची होने की सूचना दी तो हल्के ने दबाव डालते हुए कहा कि बच्ची को कचरे में फेंक दो। लोकलज्जा और आर्थिक तंगी के चलते महिला ने बच्ची को कचरे के वाहन में डाल दिया।
पुलिस ने किया मामला दर्ज
पुलिस ने महिला के बयान और जांच के आधार पर आरोपी हल्के धाकड़ खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 93 के तहत मामला दर्ज कर लिया है। फिलहाल नवजात बच्ची को सुरक्षित रखा गया है और महिला को रायसेन जेल भेज दिया है।
अधिकारी का कहना है-
मामला प्रेम प्रसंग से जुड़ा हुआ है। महिला गर्भवती हुई तो प्रेमी ने न तो महिला को स्वीकार किया और न ही नवजात को। आरोपी ने महिला पर दबाव डालकर बच्ची को फेंकने के लिए कहा। इसी के चलते यह घटना घटी। फिलहाल महिला आरोपी को पुलिस ने रायसने जेल भेज दिया है। और प्रेमी फरार है उसके विरूद्ध प्रकरण पंजीबद्ध कर लिया गया है।आरोपी की तलाश जारी है।
कपिल गुप्ता थाना प्रभारी बरेली