सिलवानी में प्रारंभिक देखभाल पर विशेष प्रशिक्षण का हुआ आयोजन
सिटी बीट न्यूज नेटवर्क बरेली (रायसेन)।
रायसेन जिले के विकासखंड सिलवानी में बच्चों के समग्र विकास हेतु एक महत्वपूर्ण प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और देखभालकर्ताओं को बच्चों की प्रारंभिक देखभाल, पोषण तथा संवेदनशील पालन-पोषण के प्रति जागरूक करना था।यह प्रशिक्षण ‘बच्चों की प्रारंभिक देखभाल और लालन-पालन के लिए मिलेगा सहारा’ विषय पर आजीविका भवन, सिलवानी में आयोजित किया गया। कार्यक्रम के प्रशिक्षक प्रशांत शर्मा रहे, जबकि इसका समन्वय विकासखंड समन्वयक गौरीशंकर द्विवेदी और प्रतीक्षा शर्मा ने किया।प्रशिक्षण सत्र में प्रारंभिक देखभाल, संतुलित पोषण, भावनात्मक जुड़ाव और सीखने के अवसर सृजन जैसे विषयों पर विस्तार से चर्चा की गई। प्रशिक्षण का प्रमुख माध्यम लालन-पालन से संबंधित शैक्षिक वीडियो रहे, जिनके माध्यम से प्रतिभागियों को बच्चों के पालन-पोषण की बारीकियों को सरल रूप में समझाया गया।
प्रारंभिक देखभाल का महत्व
विशेषज्ञों के अनुसार, बच्चे के जीवन के पहले पाँच वर्ष उसके भविष्य की नींव होते हैं। इस अवधि में मस्तिष्क का विकास सर्वाधिक तीव्र गति से होता है। स्नेहपूर्ण वातावरण, संतुलित आहार और प्रेरक संवाद न केवल बच्चे के मानसिक बल्कि सामाजिक विकास पर भी गहरा प्रभाव डालते हैं। छोटी-छोटी बातचीत और खेलकूद जैसी गतिविधियाँ भी बच्चे की बुद्धि और व्यवहारिक क्षमता को बढ़ाती हैं।
सिलवानी में नई पहल से ग्राम स्तर तक पहुँचेगी जागरूकता
प्रशिक्षक प्रशांत शर्मा ने बताया कि इस अभियान की सबसे बड़ी विशेषता इसका ग्राम स्तर तक पहुँच बनाने का उद्देश्य है। प्रशिक्षण प्राप्त कार्यकर्ता अब अपने-अपने आंगनबाड़ी केंद्रों पर अभिभावकों को शैक्षिक वीडियो दिखाकर बच्चों की देखभाल से जुड़ी उपयोगी जानकारी साझा करेंगी और उनकी समस्याओं का समाधान भी सुझाएँगी। उन्होंने कहा, “जब परिवार और समुदाय दोनों मिलकर संवेदनशील पालन-पोषण के लिए प्रयास करेंगे, तब हमारे बच्चे न केवल स्वस्थ रहेंगे, बल्कि खुशहाल और स्मार्ट भी बनेंगे।” यह प्रशिक्षण न केवल बाल देखभाल के क्षेत्र में नवाचार का उदाहरण प्रस्तुत करता है, बल्कि यह समाज में बाल विकास के प्रति नई चेतना जगाने की दिशा में एक सशक्त कदम सिद्ध होगा।












