
STF ने एक धोखाधड़ी का खुलासा करते हुए हर्षवर्धन जैन को गिरफ्तार किया है। हर्षवर्धन ने गाजियाबाद के एक इलाके में फर्जी दूतावास चलाया था। इस दूतावास के जरिए वह लोगों से विदेश में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करता था।
हर्षवर्धन ने खुद को वेस्ट आर्कटिक, सबोरगा, पुलावाविया और लोडोनिया जैसे फर्जी देशों का कांसुल एंबेसडर बताया। इन देशों का अस्तित्व वास्तविकता में नहीं था।
STF के छापा ये चीजें हुईं बरामद
एसटीएफ के अधिकारियों ने हर्षवर्धन जैन के घर से चार लग्जरी गाड़ियां, 34 फर्जी मोहरे, विदेश मंत्रालय की मोहर लगे नकली दस्तावेज, नकली प्रेस कार्ड, पैन कार्ड और कई देशों के डिप्लोमेटिक पासपोर्ट बरामद किए। इन देशों और कंपनियों के नाम हकीकत में अस्तित्व में नहीं थे। STF के अनुसार, हर्षवर्धन ने इन फर्जी देशों और कंपनियों के जरिए लोगों से पैसे वसूलने का नेटवर्क चलाया था।
ये खबरें भी पढ़ें…
MP Top News : मध्य प्रदेश की बड़ी खबरें
ये काम चलते थे फर्जी दूतावास में
फर्जी दूतावास को चलाने के पीछे हर्षवर्धन का उद्देश्य अवैध रूप से विदेशों में काम दिलाने के नाम पर दलाली करना था। उसने फर्जी दस्तावेजों और मोहरों का इस्तेमाल कर इस नेटवर्क को फैलाया और कई नागरिकों को धोखा दिया। उसने अपनी गाड़ियों पर डिप्लोमेटिक नंबर प्लेट लगवा रखी थीं, ताकि लोगों को यह विश्वास हो सके कि वह एक सच्चे दूतावास का हिस्सा है।
फर्जी दस्तावेज से नेटवर्क चलाता था
हर्षवर्धन जैन का व्यक्तिगत इतिहास भी दिलचस्प है। वह लंदन से MBA करके गाजियाबाद लौटा और विभिन्न देशों में काम दिलाने का दावा करते हुए एक व्यापारिक नेटवर्क चलाता था। इसके अलावा, हर्षवर्धन के पास कई फर्जी कंपनियों के दस्तावेज थे, जिनके माध्यम से वह दलाली करता था। उसने 2011 में बिना अनुमति के सैटेलाइट फोन मंगवाया था, जिससे उसे पहले भी गिरफ्तार किया गया था।
ये खबरें भी पढ़ें…
CG Top News : छत्तीसगढ़ की बड़ी खबरें
समस्या लेकर पहुंचे समाजसेवक को SDM ने दी थप्पड़ मारने की धमकी
दूतावास क्या होता है?
दूतावास (Embassy) एक सरकारी कार्यालय होता है, जिसे एक देश दूसरे देश में अपने नागरिकों की मदद और अंतर्राष्ट्रीय संबंधों के विकास के लिए स्थापित करता है। दूतावास में विभिन्न कार्य होते हैं, जैसे कि वीजा सेवाएं, पासपोर्ट नवीनीकरण, कानूनी मदद और अन्य कांसुलर सेवाएं प्रदान करना। इसके अलावा, दूतावास देशों के बीच आर्थिक, राजनीतिक और सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा भी देता है।
दूतावास के कार्य…
- राजनयिक संबंध (Diplomatic Relations): दूतावास देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करता है।
- वाणिज्यिक सेवाएं (Commercial Services): व्यापार और वाणिज्य से संबंधित कार्य करता है।
- सांस्कृतिक आदान-प्रदान (Cultural Exchange): दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक और शैक्षिक आदान-प्रदान को प्रोत्साहित करता है।
thesootr links
-
मध्यप्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
-
छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
-
निशुल्क वैवाहिक विज्ञापन और क्लासिफाइड देखने के लिए क्लिक करें
अगर आपको ये खबर अच्छी लगी हो तो 👉 दूसरे ग्रुप्स, 🤝दोस्तों, परिवारजनों के साथ शेयर करें 📢🔃 🤝💬👩👦👨👩👧👧