NHAI का बड़ा फैसला, ब्लैकलिस्ट होगा Loose FASTag, जानिए क्या होता है

अगर आप भी फास्टैग को अपनी गाड़ी की विंडस्क्रीन पर चिपकाने की बजाय हाथ में लेकर स्कैन करवाते हैं, तो अब आपको सतर्क हो जाने की जरूरत है। भारत में टोल कलेक्शन सिस्टम को सुधारने के लिए नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है, जिसमें अब Loose FASTag को ब्लैकलिस्ट किया जाएगा।

इसका मतलब है कि अगर आपका फास्टैग गाड़ी की विंडस्क्रीन पर ठीक से नहीं लगा है, तो वह कभी भी काम करना बंद कर सकता है। इसके बाद टोल प्लाजा पर आपको काफी परेशानी हो सकती है। NHAI का यह कदम टोल कलेक्शन सिस्टम को और बेहतर और पारदर्शी बनाने के लिए है, ताकि यात्रियों को कोई असुविधा न हो और सिस्टम में कोई गड़बड़ी न हो।

क्या होता है Loose FASTag?

Loose FASTag वह टैग है, जिसे गाड़ी की विंडस्क्रीन पर चिपकाने की बजाय, डैशबोर्ड पर या हाथ में रखा जाता है। हालांकि यह टैग सक्रिय रहता है, लेकिन इसे टोल प्लाजा पर स्कैन करना मुश्किल हो जाता है। कुछ लोग इसे जानबूझकर कई वाहनों में उपयोग करते हैं, जो कि गलत तरीके से सिस्टम का फायदा उठाने जैसा है। इसका परिणाम यह होता है कि टोल प्लाजा पर जाम लग जाता है, स्कैनिंग में देरी होती है, और गलत चार्ज लग सकते हैं।

शॉर्ट में जानें Loose FASTag का पूरा मामला

  1. अब से “Loose FASTag” यानी बिना विंडस्क्रीन पर चिपकाए गए फास्टैग को ब्लैकलिस्ट किया जाएगा।

  2. यदि आपका फास्टैग गाड़ी की विंडस्क्रीन पर सही तरीके से नहीं चिपका है, तो वह बंद हो सकता है।

  3. ब्लैकलिस्ट होने पर टोल प्लाजा पर आपको समस्याएं हो सकती हैं।

  4. NHAI का यह कदम टोल कलेक्शन सिस्टम को पारदर्शी और प्रभावी बनाने के लिए है।

  5. यह निर्णय यात्रियों को असुविधा से बचाने के लिए लिया गया है।

खबर यह भी…3 हजार रुपए में खत्म होगा टोल का झंझट! 15 अगस्त से FASTag को लेकर लागू होगा ये नियम

NHAI क्यों ले रहा है सख्त कदम?

 NHAI ने एक प्रेस रिलीज़ में बताया कि Loose FASTag के कारण टोल प्लाजा पर कई समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं। इनमें शामिल हैं:

  • टोल लेन में जाम लगना: Loose FASTag के कारण स्कैनिंग में परेशानी होती है, जिससे लंबी कतारें लग जाती हैं।

  • स्कैनिंग में देरी: टैग ठीक से स्कैन न होने की वजह से यात्रियों को देरी का सामना करना पड़ता है।

  • गलत चार्ज: गलत तरीके से स्कैन होने के कारण गलत टोल चार्ज हो सकते हैं।

  • धोखाधड़ी: कुछ लोग अपने एक ही FASTag का इस्तेमाल कई वाहनों पर करते हैं, खासतौर से ट्रक टैग का गलत इस्तेमाल करते हैं।

NHAI का यह कदम सिस्टम को और अधिक पारदर्शी और प्रभावी बनाने के लिए है, ताकि यात्रियों को असुविधा न हो और टोल कलेक्शन में कोई गड़बड़ी न हो।

खबर यह भी…इंदौर में NHAI की सड़क, फ्लाईओवर की दुर्दशा पर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को ट्रांसपोर्टर संगठन का पत्र, भ्रष्टाचार की जांच की मांग

क्या होगा अगर आपका FASTag ब्लैकलिस्ट हो जाता है?

अगर आपका FASTag ठीक से विंडस्क्रीन पर नहीं चिपका है, तो उसे ब्लैकलिस्ट किया जा सकता है। ब्लैकलिस्ट होने पर:

  • कैश भुगतान करना होगा: यदि आपका FASTag काम नहीं करता है, तो आपको टोल प्लाजा पर कैश में टोल भुगतान करना पड़ेगा।

  • नए FASTag के लिए आवेदन करना होगा: आपको नया FASTag प्राप्त करने के लिए फिर से आवेदन करना पड़ेगा।

इसके अलावा, यदि कोई व्यक्ति बार-बार Loose FASTag का उपयोग करता है, तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा सकती है।

खबर यह भी…इंदौर में NHAI के 43 करोड़ से बनाए राऊ ब्रिज में 6 महीने में ही हो गए गड्ढे

कैसे बचें FASTag ब्लैकलिस्ट होने से?

  • FASTag को सही तरीके से विंडस्क्रीन पर चिपकाएं: यह सुनिश्चित करें कि आपका FASTag आपकी गाड़ी की विंडस्क्रीन पर ठीक से चिपका हो।

  • एक FASTag का उपयोग केवल एक वाहन में करें: एक ही FASTag का इस्तेमाल अलग-अलग गाड़ियों में न करें।

  • सिर्फ अधिकृत चैनल से FASTag खरीदें: लोकल विक्रेताओं से खरीदने के बजाय, हमेशा अधिकृत पोर्टल या बैंक से FASTag खरीदें।

इन सरल कदमों को फॉलो करके आप अपनी यात्रा को परेशानी से बचा सकते हैं।

FASTag और टोल सिस्टम का भविष्य

NHAI भविष्य में मल्टी-लेन फ्री फ्लो टोलिंग और एनुअल पास सिस्टम जैसी नई व्यवस्थाएं लागू करने की योजना बना रहा है। ऐसे में यह सुनिश्चित करना जरूरी है कि प्रत्येक वाहन का FASTag सही तरीके से विंडस्क्रीन पर चिपका हो और टोल सिस्टम के साथ ठीक से लिंक हो।

यदि आपका FASTag ब्लैकलिस्ट हो जाता है, तो आपको टोल प्लाजा पर कैश भुगतान करना होगा और नए FASTag के लिए आवेदन करना होगा। इसके अलावा, आपको बार-बार Loose FASTag का इस्तेमाल न करने की सलाह दी जाती है, क्योंकि इससे कड़ी कार्रवाई हो सकती है।

FAQ

1. Loose FASTag क्या है और इसका इस्तेमाल कैसे किया जाता है?

Loose FASTag वह टैग है, जिसे गाड़ी की विंडस्क्रीन पर चिपकाने की बजाय हाथ में या डैशबोर्ड पर रखा जाता है। यह तरीका न केवल धोखाधड़ी जैसा है, बल्कि इससे टोल कलेक्शन सिस्टम में समस्या उत्पन्न हो सकती है। NHAI ने इसे ब्लैकलिस्ट करने का निर्णय लिया है।

2. NHAI ने Loose FASTag के खिलाफ कड़ा कदम क्यों उठाया?

NHAI का कहना है कि Loose FASTag के कारण टोल प्लाजा पर कई समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं, जैसे जाम, स्कैनिंग में देरी, और गलत चार्जबैक। इसे रोकने के लिए NHAI ने यह सख्त कदम उठाया है।

3. अगर FASTag ब्लैकलिस्ट हो जाता है तो क्या करना चाहिए?

यदि आपका FASTag ब्लैकलिस्ट हो जाता है, तो आपको टोल प्लाजा पर कैश पेमेंट करना होगा और नए FASTag के लिए आवेदन करना होगा। इसके अलावा, आपको बार-बार Loose FASTag का इस्तेमाल करने से बचना चाहिए, क्योंकि इससे आगे कड़ी कार्रवाई हो सकती है।

अगर आपको ये खबर अच्छी लगी हो तो 👉 दूसरे ग्रुप्स, 🤝दोस्तों, परिवारजनों के साथ शेयर करें📢

🔃🤝💬👩‍👦👨‍👩‍👧‍👧

thesootr links

सूत्र की खबरें आपको कैसी लगती हैं? Google my Business पर हमें कमेंट के साथ रिव्यू दें। कमेंट करने के लिए इसी लिंक पर क्लिक करें

 fastag system | फास्टैग सिस्टम | फास्टैग ना होना पड़ेगा भारी | फास्टैग  न्यूज फास्टैग  न्यूज

  • Related Posts

    बिजली कंपनी को भनक तक नहीं, फर्जी जाति प्रमाण पत्र के सहारे 12 साल नौकरी करते रहे दो कर्मचारी

    BHOPAL. मध्यप्रदेश में सरकारी नौकरी हासिल करने के लिए एक से बढ़कर एक गड़बड़झाले सामने आ चुके हैं। इनमें से कोई परीक्षा परिणाम के दौरान पकड़ा गया तो किसी का…

    Digital Arrest : फर्जी पुलिस और सीबीआई अधिकारियों ने भाजपा नेता के बेटे को दिया धोखा, 45 लाख ठगे

    मध्यप्रदेश के अनूपपुर जिले में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां भाजपा नेता के बेटे आशीष ताम्रकार को आठ साल तक डिजिटल अरेस्ट ( Digital Arrest ) में…